कल तक था तनहा ये सफ़र कल तक थी दूर हर कड़ी हर सिरे को मिलाता जुड़ गया जैसे नाता, जो तुम मिले ♪ ख़ाबों पे ना निगाहें मेरी जी रही थी कोई नहीं था, ये अकेली मेरी थी ज़िंदगी Hmm, खामोश था, होंठों पे बातें नहीं थी कोई नहीं था, ये अकेली मेरी थी ज़िंदगी तुम मिले तो मिल गया ये जहाँ तुम मिले तो हर पल है नया तुम मिले तो सब से है फ़ासला तुम मिले तो जादू छा गया तुम मिले तो जीना आ गया तुम मिले तो मैंने पाया है खुदा ♪ तूने दुआएँ सुनी, दिल की सदाएँ सुनी तुझ से मैं माँगूँ और क्या? तुझ बिन अधूरा हूँ मैं, तेरे संग पूरा हूँ मैं करता हूँ तेरा शुक्रिया कैसे कहूँ? (कैसे कहूँ?) कैसे कहूँ? (कैसे कहूँ?) कैसे कहूँ, "लम्हें मुझे छू रहे हैं"? ऐसा लगा है, इन में तेरा ही तो एहसास है Hmm, कैसे कहूँ, "दिल में नई आहटें हैं"? ऐसा लगा है, इन में तेरा ही तो एहसास है तुम मिले तो मेरा दिल गया तुम मिले तो सब कुछ मिल गया तुम मिले तो लोगों से क्या वास्ता? तुम मिले तो जादू छा गया तुम मिले तो जीना आ गया तुम मिले तो मैंने पाया है खुदा