बेचैन कर दिया है तूने चैन चुरा के बेचैन कर दिया है तूने चैन चुरा के ख़ुद से हूँ बेख़बर... ख़ुद से हूँ बेख़बर मैं तुझसे नैन मिला के बेचैन कर दिया है तूने चैन चुरा के बेचैन कर दिया है तूने चैन चुरा के ख़ुद से हूँ बेख़बर... ख़ुद से हूँ बेख़बर मैं तुझसे नैन मिला के बेचैन कर दिया है तूने चैन चुरा के मद-भरी चाँदनी जैसा तेरा यौवन चमके रूप के खिलते नज़ारे देखूँ तो मन बहके मद-भरी चाँदनी जैसा तेरा यौवन चमके रूप के खिलते नज़ारे देखूँ तो मन बहके प्यासा है दिल मेरा, जानम, कैसी ये प्यास जगी है? जाने कैसे बुझेगी, ये जो आग लगी है बेचैन कर दिया है तूने चैन चुरा के बेचैन कर दिया है तूने चैन चुरा के ख़ुद से हूँ बेख़बर... ख़ुद से हूँ बेख़बर मैं तुझसे नैन मिला के बेचैन कर दिया है तूने चैन चुरा के चूम के होंठों को तूने, साँसों को महकाया सीने में उठती हलचल, जादू दिल पे छाया चूम के होंठों को तूने, साँसों को महकाया सीने में उठती हलचल, जादू दिल पे छाया तेरी ये मस्त अदाएँ, मेरे होश उड़ाएँ कैसी चुभन है ये, जानम, मुझसे कहा भी ना जाए बेचैन कर दिया है तूने चैन चुरा के हाय, बेचैन कर दिया है तूने चैन चुरा के