अगर तन्हा होना हो, नींद-चैन खोना हो अगर तन्हा होना हो, नींद-चैन खोना हो दिल को लगा लेना, सब कुछ गँवा देना दिल को लगा लेना, सब कुछ गँवा देना रोना फिर अकेले रातों में बैठ कर जो था हमसफ़र उसे याद कर के रोए जिगर अब ता-उमर जो था हमसफ़र उसे याद कर के रोए जिगर अब ता-उमर इसक़ मेरा, है ये इसक़ मेरा मुझे रब है मिला तेरे दर पे, पिया इसक़ मेरा, है ये इसक़ मेरा मुझे रब है मिला तेरे दर पे, पिया बेपनाह मोहब्बत में मसरूफ़ तुम जो हो चाहना यार उसको, चाहता जो तुमको हो हमने उसको चाहा है, जो अपना कभी ना हो हमने उसको चाहा है, जो अपना कभी ना हो दिल में थीं जो बातें, दिल ही में क़ैद कर जो था हमसफ़र उसे याद कर के रोए जिगर अब ता-उमर ग़म-भरी दुनिया में ना उदास होना तुम ख़ुशी ख़ुद तुम्हें ढूँढे, इतने ख़ास होना तुम साथ वो ना हों तो क्या, उनके पास होना तुम साथ वो ना हों तो क्या, उनके पास होना तुम साथ वो ना हों तो बन जाओ रहगुज़र बन के चलो साया वहाँ जाएँ जिधर, वो जाएँ जिधर जो था हमसफ़र उसे याद कर के रोए जिगर अब ता-उमर