क्यूँ मैंने तुझको है चाहा? मैंने ना जाना कैसे मिले हम दो राहें? कैसे जुड़े? तुझको है जाना, जानाँ, मैंने पहचाना, जानाँ कुछ बातें ना कह पाती हूँ, तुम कह दो ना तुझको जो जाना, जानाँ, मैंने पहचाना, जानाँ जो बातें ना कह पाती हूँ, तुम कह दो ना ♪ कैसी ग़ज़ब की है ये बात क्यूँ रात भर की बातें कम लगे? सोचूँ दिन भर और सारी रात ना जाने क्यूँ ये डर लगे मुझे कहीं खो ना जाऊँ तुमको कहीं खो ना जाऊँ मैं होगा वही जो होना होगा फिर मन क्यूँ ना माने रे? तुझको जो जाना, जानाँ, मैंने पहचाना, जानाँ कुछ बातें ना कह पाती हूँ, तुम कह दो ना तुझको जो जाना, जानाँ, मैंने पहचाना, जानाँ जो बातें ना कह पाती हूँ, तुम कह दो ना