तू, बस एक तू तूने सिखाया मुझे, हँसना यूँ तू, हाँ एक तू तूने सँवारा मुझे जब, था मैं तन्हा यूँ अधूरा था मैं हर घड़ी अपने में ही करता था मैं गुफ़्तगू करते-करते गुफ़्तगू मिला तुझसे हूँ कैसे! कब! क्यूँ! ये क्या मैं कहूँ! हो, तू ही है, जो मेरे साथ चलता है हो, तू ही है, वो हो, तू ही है, जो मेरे साथ चलता है हो, तू ही है, वो तू ही है, हाँ तू ही है मैं ठहरा सा हूँ हर पल, हर लम्हा यूँ देखा जब मैंने, आसमान में मिला मुझे, मेरा चाँद वो तू हाँ,चलते-चलते उस गली यारा गज़रा मैं हूँ तेरे साथ में खुश हूँ हो, तू ही है, जो मेरे साथ चलता है हो, तू ही है, वो हो, तू ही है, जो दुआ में याद रखता है हो, तू ही है, वो तू ही है तू ही है