बीरबल पहुँचा स्वर्ग में बादशाह अकबर के दरबार में बीरबल उनको सबसे प्रिय थे इस वजह से अन्य दरबारी बीरबल से जलते थे अकबर का नाई भी बीरबल से बहुत जलता था एक दिन उसने बीरबल के खिलाफ़ एक साजिश रची वह अकबर से बोला, "कल रात मैंने स्वप्न में देखा कि आपके पिताजी स्वर्ग में हैं, और बहुत खुश हैं लेकिन वहाँ चतुर, अक्लमंद और उन्हें अपनी बातों से हँसाने वाला कोई भी नहीं है हमें वहाँ किसी को भेजना चाहिए, और मेरे खयाल से बीरबल इस काम के लिए बिल्कुल उपयुक्त है अकबर बीरबल को अपनी इच्छा बताते हैं बीरबल समझ जाते हैं कि यह किसी की साजिश है वह अकबर से एक सप्ताह का समय माँगते हैं ताकि स्वर्ग जाने की तैयारी कर सकें इसी एक सप्ताह में वह अपने घर के पास कब्र बनवाकर उसके नीचे से गुप्त सुरंग बनवा लेते हैं फ़िर वह अकबर से कहते हैं कि स्वर्ग जाने से पहले उनकी अंतिम इच्छा को पूरा किया जाए वह कहते हैं कि उन्हें उसके घर के पास ही कब्र में जिंदा दफ़नाया जाए, अकबर मान जाते हैं छः महीनों बाद बीरबल बढ़ी हुई दाढ़ी बिखरे हुए लंबे बालों के साथ दरबार में पहुँचते हैं और कहते हैं कि मैंने इन छः महीनों में स्वर्ग में आपके पिताजी का बहुत मन लगाया फ़िर उन्होंने मुझे नीचे आपके पास भेज दिया लेकिन वहाँ उनके बाल और दाढ़ी भी ऐसे ही बढ़ी हुई है इसलिए वो चाहते हैं कि आपका नाई अब स्वर्ग जाए और उनकी हजामत करे अकबर सबकुछ समझ जाते हैं और बीरबल को बहुत सारे उपहार देकर नाई को कारावास में डाल देते हैं