बीरबल ने की ज्योतिष की मदद एक दिन कोई व्यक्ति बादशाह अकबर को बताता है कि एक ज्योतिष शहर में अपनी सही भविष्यवाणी की डींग हाँक रहा है अकबर उस ज्योतिष को अपने दरबार में बुलाते हैं और कहते हैं कि मैंने सुना है कि तुम्हारी भविष्यवाणी एकदम सच होती है, मैं तुम्हारी परीक्षा लेना चाहता हूँ क्या तुम मुझे बता सकते हो कि तुम्हारी मौत कब होगी? ज्योतिष बादशाह अकबर के सामने डरा हुआ और सहमा हुआ महसूस करता है, वह कहता है कि उसे इसके लिए संख्याओं की गरणा करनी होगी और इसके लिए उसे एक घंटे का समय चाहिए अकबर कहते हैं, "ठीक है, तुम्हें एक घंटे का समय दिया जाता है" ज्योतिष भागता हुआ बीरबल के पास पहुँचता है बीरबल उसकी बात सुनकर उसके कान में कुछ कहते हैं ज्योतिष अकबर के पास पहुँचता है और बीरबल द्वारा कही गई बात को दोहराता है "जाहपनाह, मेरी मौत आपकी मौत के ठीक तीन दिन पहले होगी" अकबर समझ जाते हैं कि वह उसे बेवकूफ़ बना रहा है वह भी अपनी मौत का दिन जानना नहीं चाहते इसलिए वह उस ज्योतिष को छोड़ देते हैं इस तरह वह ज्योतिष बीरबल की चतुराई से अपनी जान बचा लेता है उस दिन के बाद से वह अपने ज्ञान की डींग हाँककर लोगों को बेवकूफ़ बनाना छोड़ देता है