सच और झूठ का अंतर एक दिन अकबर ने सभी दरबारियों से पूछा कि क्या कोई तीन या उससे कम शब्दों में सच और झूठ के अंतर को बता सकता है? सभी दरबारी हैरान होकर एक-दूसरे को देखने लगते हैं तभी अकबर बीरबल से पूछते हैं कि वह चुप क्यूँ हैं? बीरबल कहते हैं कि वह दूसरों को मौक़ा देना चाहते हैं लेकिन जब कोई भी इसका जवाब नहीं दे पाता तो वे कहते हैं, "जाहपनाह, सच और झूठ में केवल चार उंगलियों का अंतर है" अकबर कहते हैं, "चार उंगलियाँ! पर वो कैसे?" बीरबल समझाते हुए कहते हैं कि जो हम अपनी आँखों से देखते हैं वह सच है और जो कान से सुनते हैं वह अक्सर झूठ ही होता है हमारी आँख और कान के बीच भी चार उंगलियों जितनी ही दूरी है तो हुआ ना चार उंगलियों का अंतर अकबर बीरबल की अक्लमंदी से बहुत खुश हो जाते हैं