आजा श्याम याद तेरी आई दुनिया की याद भूल गई आजा आजा कृष्णा कन्हाई दुनिया दी याद भूल गई आजा आजा कृष्णा कन्हाई दुनिया कि याद भूल गई मन दा पंछी उड़ उड़ जावे विच विरहा दा गोते खावे हा थारे बाजो कौन है मेरा थारे बाजो कौन है मेरा जिस नु दिल दा दर्द सुनावे आजा मेरे हरजाई दुनिया दे याद भूल गई आजा श्याम याद तेरी आई दुनिया दे याद भूल गई ये जीना भी कैसा जीना भी श्याम बिन हर पल जीना ताक ताक कर वो थक गई अखिया दुःख थे हजुर हर पल पीड़ा जब जब लग होइ मैं जुदा दुनिया दी याद भूल गई आजा श्याम याद तेरी आई दुनिया की याद भूल गई हो सख्या पावा खैर मनावा रशिया प्रीतम की मैं मनावा हे एक वारिया आजा दिल दिया जाने एक वारिया आजा दिल दिया जाने पल का था मैं फर्श बिछावो मुद मुद याद तेरी आई दुनिया दी याद भूल गई आजा श्याम याद तेरी आई दुनिया की याद भूल गई आजा आजा कृष्णा कन्हाई दुनिया दी याद भूल गई आजा श्याम याद तेरी आई दुनिया की याद पल गई आजा श्याम याद तेरी आये दुनिया की याद पल गई