तुम्हारी कहानियाँ सुनके (कहानियाँ सुनके) दिल उठ जाता है तुमसे (दिल उठ जाता तुमसे) मन करता है गुम हो जाऊँ मैं मन करता है भूल जाऊँ मैं तुमको हाँ, तुमको अब चीख दूँगा मैं (आ) नहीं सुनने तुम्हारे किस्से मुझसे पहले तुम मिली थी किससे इतनी सी है बात पर कैसे बताऊँ तुम्हें? अब कैसे बताऊँ तुमको कितना तंग करती मुझको ये बातें तुम्हारी जो तुम हँसके सुनाती मुझे? इतनी सी बात तू मान ले ज़रा खुदको संभाल ले क्यूँ इतना दर्द देती मुझको तू? सीधा जान से ही मार दे मन करता है मर ही जाऊँ मैं मन करता है, भूल जाओ तुम मुझको और मैं तुमको अब चीख दूँगा मैं (आ) नहीं सुनने तुम्हारे किस्से मुझसे पहले तुम मिली थी किससे इतनी सी है बात पर कैसे बताऊँ तुम्हें? अब कैसे बताऊँ तुमको कितना तंग करती मुझको ये बातें तुम्हारी जो तुम हँसके सुनाती मुझे? ♪ नहीं सुनने तुम्हारे किस्से मुझसे पहले तुम मिली थी किससे इतनी सी है बात पर कैसे बताऊँ तुम्हें? अब कैसे बताऊँ तुमको कितना तंग करती मुझको ये बातें तुम्हारी जो तुम हँसके सुनाती मुझे?