Kishore Kumar Hits

Kumar Aryan - Tuta Ghar lyrics

Artist: Kumar Aryan

album: Tuta Ghar


क्या क़ायनात की थी साजिशें
ये ठेहरी थी क्यूँ रास्तों में
मैं भी होके बेसबर सा संग ये चल पड़ा
तेरी उस हँसी को नाप लूँ मैं 'गर सितारों में भी
कम लगे है लगता जैसे हो ना ये बयाँ
मैं डोर में उलझा हूँ जो
बस तेरी तरफ़ ये खींचे मुझको आज भी
क्यूँ लापता मंज़िल अब है बस यहीं
तू था कुछ पल पहले अब नहीं
टूटा है घर वो मेरा दिल ने बनाया था जो
यादों को घेरे खड़ा तेरी है बस
जानता हूँ मैं ही हूँ वो जिसकी वजह से अब ना
खिड़कियों या चौखटों में तेरी है झलक

मैं खुद को हार के था तुझपे फ़नाह सा
क्यूँ ना दिख रहा था मुझको तुझको मैं दिखा ना
मैं जा चढ़ा था ख्वाहिशों की खुद से शिखर में
पर कह ना था पाया तुझसे फ़िक्र में
हाँ हो गया था मेरा जो डर कभी
तेरी नज़र में ना अब मैं हूँ कहीं
जो थी मंज़िल के आगे दूरियाँ
अब ना मंज़िल है वो ही मैं भी ना
टूटा है घर वो मेरा दिल ने बनाया था जो
यादों को घेरे खड़ा तेरी है बस
जानता हूँ मैं ही हूँ वो जिसकी वजह से अब ना
खिड़कियों या चौखटों में तेरी है झलक

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