मैं हूँ क्या और तू है क्या ये तो नजर-नजर की बात है मैं हूँ कहाँ और तू है कहाँ ये तो सफ़र-सफ़र की बात है किस से मेरी दुश्मनी और किस का यार तू मैं कितना हूँ क़ाबिल, कितना बेकार तू क्या झगड़ा इन बातों का क्या झगड़ा इन बातों का ये तो घर-घर की बात है मैं हूँ कहाँ और तू है कहाँ ये तो सफ़र-सफ़र की बात है ♪ किसी का जहाँ है कितना बड़ा ये वो जाने या खुदा जाने तू उसकी रूह में रहता नहीं बाहर से देख कर क्या जाने किसी का जहाँ है कितना बड़ा ये वो जाने या खुदा जाने तू उसकी रूह में रहता नहीं बाहर से देख कर क्या जाने उसकी अपनी लड़ाइयाँ और कैसे वो लड़े जमाने से लड़े वो और "मैं" से वो लड़े तू कैसे मरे, वो कैसे मरे तू कैसे मरे, वो कैसे मरे ये तो ज़हर-ज़हर की बात है मैं हूँ कहाँ और तू है कहाँ ये तो सफ़र-सफ़र की बात है ♪ तुझको मिला प्यार उसे दर्द मिला तो कोई बात नहीं तुझको दिन में भी चैन मिला उसे नींद की कोई भी रात नहीं तुझको मिला प्यार उसे दर्द मिला तो कोई बात नहीं तुझको दिन में भी चैन मिला उसे नींद की कोई भी रात नहीं उसकी अपनी मंजिलें और अपनी धूल है मुरझाईं कितनी कलियाँ और कितने फूल हैं कब हमारे बारिशें, कब तुम्हारे बारिशें हमारे बारिशें, कब तुम्हारे बारिशें ये तो शहर-शहर की बात है मैं हूँ कहाँ और तू है कहाँ ये तो सफ़र-सफ़र की बात है मैं हूँ क्या और तू है क्या ये तो नजर-नजर की बात है