कैसी तेरी ख़ुदगर्ज़ी न धूप चुने न छांव कैसी तेरी ख़ुदगर्ज़ी किसी ठौर टिके न पांव कैसी तेरी ख़ुदगर्ज़ी न धूप चुने न छांव कैसी तेरी ख़ुदगर्ज़ी किसी ठौर टिके न पांव बन गया अपना पैगम्बर तर लिया तू सात समन्दर फिर भी सूखा मन के अंदर क्यूं रह गया रे कबीरा, मान जा रे फ़कीरा, मान जा आ जा तूझको पुकारे तेरी परछाईंयाँ रे कबीरा, मान जा I woke up with the sun Thought of all of the people Places and things I've loved I woke up just to see With all of the faces You were the one next to me कैसी तेरी ख़ुदगर्ज़ी लब नमक रमें न मिसरी कैसी तेरी ख़ुदगर्ज़ी तूझे प्रीत पुरानी बिसरी मस्त मौला मस्त कलंदर तू हवा का एक बवंडर बुझ के यूँ अंदर ही अंदर क्यूं रह गया रे कबीरा रे फ़कीरा आ जा रे कबीरा, मान जा Take us down and we keep trying Forty thousand feet, keep flying Take us down and we keep trying Forty thousand feet, keep flying Take us down and we keep trying (बन गया अपना पैगम्बर) Forty thousand feet, keep flying (तर लिया तू सात समन्दर) Take us down and we keep trying (फिर भी सूखा मन के अंदर) Forty thousand feet, keep flying (क्यूं रह गया) (Ooh, myself) (I lose myself tonight) आ जा रे कबीरा, मान जा