संग हैं तेरी यादें संग हैं तेरी बातें जो भी तुझसे की माना है साथी तुझको छोड़ ना जाना मुझको यूँ ही तू भी आज पलकें हैं मेरी गीली सी होंठों पर कुछ कहने को नहीं मुस्कान जो थी मेरी गीली सी बातें जो थीं अब याद नहीं क्यूँ याद आते हैं सारे पल? क्यूँ सताते हैं आजकल? क्यूँ वारी-वारी सा मन होता है? क्यूँ दिल मेरा जोरों से रोता है? ना जाने क्यूँ तू छोड़ गई है! दिल टूटा सा लगता है क्यूँ मेरा दिल तू तोड़ गई है? सब झूठा सा लगता है ना जाने क्यूँ तू छोड़ गई है! दिल टूटा सा लगता है क्यूँ मेरा दिल तू तोड़ गई है? सब झूठा सा लगता है ♪ ख्वाब जो सजाये थे पूरे ना हो पायेंगे छोड़ ना ऐसे मुझको तू बात दिल की तुझको यूँ हम बता ना पायेंगे रुठ गई है मुझसे क्यूँ? आज पलकें हैं मेरी गीली सी होंठों पर कुछ कहने को नहीं मुस्कान जो थी मेरी गीली सी बातें जो थीं अब याद नहीं क्यूँ याद आते हैं सारे पल? क्यूँ सताते हैं आजकल? क्यूँ वारी-वारी सा मन होता है? क्यूँ दिल मेरा जोरों से रोता है? ना जाने क्यूँ तू छोड़ गई है! दिल टूटा सा लगता है क्यूँ मेरा दिल तू तोड़ गई है? सब झूठा सा लगता है ना जाने क्यूँ तू छोड़ गई है! दिल टूटा सा लगता है क्यूँ मेरा दिल तू तोड़ गई है? सब झूठा सा लगता है ना जाने क्यूँ तू छोड़ गई है! दिल टूटा सा लगता है क्यूँ मेरा दिल तू तोड़ गई है? सब झूठा सा लगता है