दिल में हैं बेताबियाँ, नींद उड़ने लगी तेरे ख़यालों से ही आँख जुड़ने लगी क्या है ये? क्यूँ है ये? क्या ख़बर हाँ, मगर जो भी है, बड़ा अच्छा लगता है तुमसे मिलना, बातें करना बड़ा अच्छा लगता है तुमसे मिलना, बातें करना बड़ा अच्छा लगता है ♪ बहके-बहके मेरे दिन, बहकी-बहकी मेरी शाम कोरे आँचल पे सदा मैं तो लिखूँ तेरा नाम, मैं तो लिखूँ तेरा नाम तुम्हारी हर अदा, तुम्हारी हर नज़र ये क्या कहने लगी? तुम्हें है क्या खबर? (क्या खबर?) इस क़दर प्यार है तुमसे, ऐ हमसफ़र अब तो जीते हैं हम बस तुम्हें देखकर ♪ साँसों में बसने लगा जब से तू, ओ, जान-ए-जाँ अपना सा लगने लगा मुझको ये सारा जहाँ महका-महका (महका-महका) लगता मुझको (लगता मुझको) खुशियों से दिल का नगर क्या है ये? क्यूँ है ये? क्या ख़बर हाँ, मगर जो भी है, बड़ा अच्छा लगता है इस क़दर प्यार है (बड़ा अच्छा लगता है) इस क़दर प्यार है (बड़ा अच्छा लगता है)