नूर-ए-ख़ुदा करम की नज़र हो मौला मेरी दुआ में असर हो ये मोजिज़ा दिखाए खुदाया मेरे तड़प की उनको खबर हो हाल-ए-दिल या नबी हाल-ए-दिल या नबी आपके सामने सर झुका कर कहेंगे हम ताजदार-ए-हरम ताजदार-ए-हरम हो निगाहें करम, हो करम ताजदार-ए-हरम ताजदार-ए-हरम हो निगाहें करम हम गरीबों के दिल भी सवर जाएँगे हामी-ए बे-कसा, क्या कहेगा जहां? आपके दर से खाली अगर जाएँगे ताजदार-ए-हरम ताजदार-ए-हरम (नूर-ए-दिल है सुकून) सुन लो अरज़, नबी जी खुदारा कोई नहीं जहां में हमारा खामोशियों की सुन लो सदायें दिल ने मेरे है तुमको पुकारा आप ने भी अगर ना हमारी सुनी ये बताओ कहाँ जाएं हम ताजदार-ए-हरम ताजदार-ए-हरम हो निगाहें करम, हो करम ताजदार-ए-हरम हो ताजदार-ए-हरम अब तो चेहरे से परदा हटा दीजिये दर्द-ए-दिल की हमारे दवा कीजिये आपके हाथ में है मेरी जिन्दगी अब मिटा दीजिये या बना दीजिये उसको कैसे सताएंगे दुनिया के गम आप जैसा मिला हो जिसे मोहतरम मेरी सुन लो सदा ऐ मेरे मुस्तफा होने से पहले अब आँख नम ताजदार-ए-हरम हो ताजदार-ए-हरम हो निगाहें करम, हो करम ताजदार-ए-हरम