मैं कौन हूँ? क्या वजह है मेरी? हाँ, भीड़ में क्या जगह है मेरी? हूँ यहाँ किस लिए? किस जहाँ को मैं ढूँढता? क्योंकि है खुदा मैं हूँ या फिर खुद खुदा मैं हूँ? जाने किस तरह मैं हूँ जो भी है अभी हूँ मैं मैं ना झुका, ना दबा, ना डरा चलता रहा थामे आशा का एक सिरा हूँ भला या बुरा? अपने सच को मैं ढूँढता क्योंकि है खुदा मैं हूँ या फिर खुद खुदा मैं हूँ? देखो किस तरह मैं हूँ जो भी है अभी हूँ मैं हर बाज़ी हारता मैं हूँ मैदान भी मारता मैं हूँ नफ़रत की आग सा मैं हूँ पैगाम प्यार का मैं अपने संग भी खुद अपनी जंग भी मैं हूँ क्योंकि है खुदा मैं हूँ या फिर खुद खुदा मैं हूँ? वो है तो यहाँ मैं हूँ जो भी है अभी हूँ मैं जो भी है अभी हूँ मैं जो भी है अभी हूँ