धीरे-धीरे जला इश्क़ का दीया कब हुई रोशनी पता भी ना चला रोशनी में तू है दिखी, तेरी मुस्काँ है सजी सोचे सदा ये दिल मेरा तेरे बारे में कि तेरे बिना जिया मेरा ना लागे रे (बिना जिया मेरा ना लागे रे) तू हवा के झोंके, तू बारिश लबों पे कि लगे है सारा जहाँ है तू किनारे की कश्ती से नींदों की बस्ती कि उड़ चला हूँ, जहाँ है तू ♪ दुनिया बसी है ज़हन में, जिसमें सिर्फ़ हम हैं रह जाऊँ यहाँ मैं हमेशा बस यही उमंग है जो छुपा था अंदर मेरे, तूने है दिखाया सपनों की दुनिया में दीया तूने है जलाया रोशनी में तू है दिखी, तेरी मुस्काँ है सजी सोचे सदा ये दिल मेरा तेरे बारे में कि तेरे बिना जिया मेरा ना लागे रे (बिना जिया मेरा ना लागे रे) तू हवा के झोंके, तू बारिश लबों पे कि लगे है सारा जहाँ है तू किनारे की कश्ती से नींदों की बस्ती कि उड़ चला हूँ, जहाँ है तू तू हवा के झोंके, तू बारिश लबों पे कि लगे है सारा जहाँ है तू किनारे की कश्ती से नींदों की बस्ती कि उड़ चला हूँ, जहाँ है तू ♪ तू हवा के झोंके, तू बारिश लबों पे कि लगे है सारा जहाँ है तू किनारे की कश्ती से नींदों की बस्ती कि उड़ चला हूँ, जहाँ है तू