लफ्ज़ यह दूरी हैं मेरी मजबूरी हैं इस अँधेरे में, नासूरों से कुछ बातें अधूरी हैं रास्ते मिट से गए शायद खो गया हूँ तो मिटा दो मुझे, अगर चाहो तो जला दो मुझे, अपनी नफरत में जोड़ो मुझे, अगर चाहो तो बना लो मुझे, अपनी हसरतें आसुओं के इस साए में बिखरा हुआ हूँ में वैसे भी इन राहों में थम सा गया हूँ में रास्ते मिट से गए शायद खो गया हूँ तो मिटा दो मुझे, अगर चाहो तो जला दो मुझे, अपनी नफरत में जोड़ो मुझे, अगर चाहो तो बना लो मुझे, अपनी हसरतें तो मिटा दो मुझे, अगर चाहो तो जला दो मुझे, अपनी नफरत में जोड़ो मुझे, अगर चाहो तो बना लो मुझे, अपनी हसरतें