हूँ खड़ा जो इस जगह, वो बारिशें थीं, अब कहाँ है? हो सके तो, हाँ, ढूँढे हम घर वहाँ ♪ था खड़ा जो इस जगह, वो बारिशें थीं, अब कहाँ है? हो सके तो, हाँ, ढूँढे हम घर वहाँ ♪ रास्तों के इन मुसाफ़िरों को भी तलाश मेरी, मुझको भी है अब इंतज़ार हाँ, जो इन किताबों की है रग में, आसमाँ में भी, है वो तेरा मुक़ाम, है वहाँ इन रिवाज़ों में फँसा वो, बहता लहरों की तरह है गुम कहीं वो क्या? ढूँढे घर वो कहाँ? बात थी जो मैंने की थी, सबसे बढ़के ये ख़ुशी थी तुमने भी कहा, "लूटें हम ये जहाँ" रास्तों के इन मुसाफ़िरों को भी तलाश मेरी, मुझको भी है अब इंतज़ार हाँ, जो इन किताबों की है रग में, आसमाँ में भी, है वो तेरा मुक़ाम, है वहाँ