रास्ते मुड़ जाते हैं यादें रह जाती हैं फ़ासले बढ़ जाते हैं बातें रह जाती हैं कुछ है अधूरी सी (कुछ है अधूरी सी) कुछ है पूरी सी (कुछ है पूरी सी) पास है वो दूरी भी (पास है वो दूरी भी) जो रह जाए लम्हों की बस यादें ♪ पलकों पे आँसुओं सा रह जाए अल्फ़ाज़ भी ना कह पाए बात वो एहसास को महसूस कर लूँ ज़रा दिल में कहानियों सी रह जाए काग़ज़ों पे जो ना लिख पाए पास वो जज़्बात को महफ़ूज़ रख लूँ ज़रा मौसम बदल जाते हैं आहटें रह जाती हैं ख़्वाब ये सिमट जाते हैं ख़्वाहिशें रह जाती हैं कुछ है अधूरी सी (कुछ है अधूरी सी) कुछ है पूरी सी (कुछ है पूरी सी) पास है वो दूरी भी (पास है वो दूरी भी) जो रह जाए लम्हों की बस यादें बस यादें