दुनिया-जहाँ में सबसे प्यारा एक ही लफ़्ज़ है, वो है माँ ढूँढने पर भी जो ना मिलता एक ऐसा रिश्ता है माँ हो चाहे जितनी भी मुश्किल बड़ी या फिर ग़मों की लगी हो लड़ी 'गर दुनिया छोड़ भी दे मेरा साथ है मुझ को ये पता माँ, तू है ना माँ, तू है ना सर को झुकाए माँगे दुआएँ बस मेरे लिए रोऊँ मैं जब तो रब से लड़े वो बस मेरे लिए उतारे नज़र है करती जतन है सारे मेरे लिए करना भी चाहे तो ना कर सकेगा कोई इतना मेरे लिए जितना कहूँ, कम ही लगे ओहदा है उसका रब से परे आज-अभी हूँ मैं जहाँ है ये मेरी माँ की दुआ सब कुछ ही मेरा माँ, तू है ना, माँ, तू है ना माँ, तू है ना (माँ, तू है ना) माँ, तू है ना ♪ माँ, तू है ना माँ, तू है ना माँ, तू है ना