इस क़दर तू मुझे प्यार कर जिसे कभी ना मैं सकूँ फिर भुला ज़िंदगी लाई हमें यहाँ कोई इरादा तो रहा होगा भला कि दरख़्वास्त है ये, जो आई रात है ये तू मेरी बाँहों में दुनिया भुला दे जो अब लम्हात हैं ये, बड़े ही ख़ास हैं ये तू मेरी बाँहों में दुनिया भुला दे राहों में मेरे साथ चल तू थामे मेरा हाथ चल तू वक्त जितना भी हो हासिल सारा मेरे नाम कर तू वक्त जितना भी हो हासिल सारा मेरे नाम कर तू कि अरमान है ये, गुज़ारिश जान है ये तू मेरी बाँहों में दुनिया भुला दे (mmm) जो अब लम्हात हैं ये (जो अब लम्हात हैं ये) बड़े ही ख़ास हैं ये (बड़े ही ख़ास हैं ये) तू मेरी बाँहों में दुनिया भुला दे लम्स जिस्मों पे ऐसे सजाएँ बारिशों से भी वो धुल ना पाएँ तू मेरी बाँहों में दुनिया भुला दे हो, नक़्श लम्हों पे ऐसे बनाएँ मुद्दतों से भी वो मिट ना पाएँ तू मेरी बाँहों में दुनिया भुला दे Hmm, तुझसे तो हूँ मैं यूँ बहुत मुतासिर पर क्या करूँ? मैं हूँ एक मुसाफ़िर कैसी ख़ुशी है जिसमें नमी है? जाने तू ये या जाने ना? जो जज़्बात हैं ये (जो जज़्बात हैं ये) बड़े ही पाक हैं ये (बड़े ही पाक हैं ये) तू मेरी बाँहों में दुनिया भुला दे जो अब लमहात हैं ये (जो अब लमहात हैं ये) बड़े ही ख़ास हैं ये (बड़े ही ख़ास हैं ये) तू मेरी बाँहों में दुनिया भुला दे