तू ही मेरी है सारी ज़मीं चाहे कहीं से चलूँ तुझपे ही आके रुकूँ तेरे सिवा मैं जाऊँ कहाँ? कोई भी राह चुनूँ तुझपे ही आके रुकूँ तुम मिले तो लम्हे थम गए तुम मिले तो सारे ग़म गए तुम मिले तो मुस्कुराना आ गया तुम मिले तो जादू छा गया तुम मिले तो जीना आ गया तुम मिले तो मैंने पाया है खुदा ♪ दिन मेरे तुझसे चलें रातें भी तुझसे ढलें है वक़्त तेरे हाथ में हो, तू ही शहर है मेरा तुझमें ही घर है मेरा रहता है तेरे साथ में तुम मिले तो मिल गया हमसफ़र तुम मिले तो खुद की है ख़बर तुम मिले तो रिश्ता सा बन गया तुम मिले तो जादू छा गया तुम मिले तो जीना आ गया तुम मिले तो मैंने पाया है खुदा