मुझे तू जान कहती है, मगर ये जानता हूँ मैं मुझे तू जान कहती है, मगर ये जानता हूँ मैं ज़रूरत हूँ मैं बस तेरी, तुझे पहचानता हूँ मैं तेरा हर दर्द सहता हूँ, मगर ख़ामोश रहता हूँ कहा पहले भी जो तुझसे वही फिर आज कहता हूँ वही फिर आज कहता हूँ तू मेरी जान माँगे तो कभी इनकार नहीं होगा तेरे बाद फिर किसी से मुझे प्यार नहीं होगा तेरे बाद फिर किसी से मुझे प्यार नहीं होगा तेरे बाद फिर किसी से मुझे प्यार नहीं होगा ♪ जीना सज़ा है तो क्या? कैसे भी जी लूँगा मैं जीना सज़ा है तो क्या? कैसे भी जी लूँगा मैं हर ख़ुशी देके तुझे, आँसुओं को पी लूँगा मैं शिकवा करूँ तुझसे मैं क्या? क़िस्मत की सारी बात है क़िस्मत की सारी बात है तू मेरी जान माँगे तो कभी इनकार नहीं होगा तेरे बाद फिर किसी से मुझे प्यार नहीं होगा तेरे बाद फिर किसी से मुझे प्यार नहीं होगा तेरे बाद फिर किसी से मुझे प्यार नहीं होगा ♪ घेरे ही रहते मुझे यादों के साए तेरे Hmm, घेरे ही रहते मुझे यादों के साए तेरे रेज़ा-रेज़ा हो गए ख़्वाब जो सजाए तेरे होके जुदा तू आज भी शामिल है मुझमें, क्या करूँ? शामिल है मुझमें, क्या करूँ? तू मेरी जान माँगे तो कभी इनकार नहीं होगा तेरे बाद फिर किसी से मुझे प्यार नहीं होगा तेरे बाद फिर किसी से मुझे प्यार नहीं होगा तेरे बाद फिर किसी से मुझे प्यार नहीं होगा