हालात मैक़दे के करवट बदल रहे हैं हालात मैक़दे के करवट बदल रहे हैं साक़ी बहक रहा है... साक़ी बहक रहा है, मैकश सँभल रहे हैं हालात मैक़दे के करवट बदल रहे हैं तुम शौक़ से मनाओ जश्न-ए-बहार, यारों तुम शौक़ से मनाओ जश्न-ए-बहार, यारों इस रोशनी से लेकिन कुछ घर भी जल रहे हैं साक़ी बहक रहा है... साक़ी बहक रहा है, मैकश सँभल रहे हैं हालात मैक़दे के करवट बदल रहे हैं ऐ, हम-सफ़र, ये शायद तुझको ख़बर नहीं है ऐ, हम-सफ़र, ये शायद तुझको ख़बर नहीं है कुछ हादसे भी मेरे हम-राह चल रहे हैं साक़ी बहक रहा है... साक़ी बहक रहा है, मैकश सँभल रहे हैं हालात मैक़दे के करवट बदल रहे हैं कितने ग़मों को हमने हँसकर छुपकर लिया है कितने ग़मों को हमने हँसकर छुपकर लिया है कुछ ग़म अमीर लेकिन अश्कों में ढल रहे हैं साक़ी बहक रहा है... साक़ी बहक रहा है, मैकश सँभल रहे हैं हालात मैक़दे के करवट बदल रहे हैं ...करवट बदल रहे हैं ...करवट बदल रहे हैं ...करवट बदल रहे हैं ...करवट बदल रहे हैं