तुम से ज़्यादा किसी को मैंने चाहा नहीं क्यूँकि मेरी नज़र को कोई तुम सा मिला तो नहीं तेरी बातें करता हूँ दिन-रात मैं तेरा-मेरा कुछ भी हो, मिलना है तय Love हुआ है मुझे, तुम से हुआ है, मुझे लगता है ये जो हो रहा है धीरे-धीरे उसे ऐसे ही होने दो Love हुआ है मुझे, तुम से हुआ है, मुझे लगता है ये जो हो रहा है धीरे-धीरे उसे ऐसे ही होने दो इस बार तो पहले से ज़्यादा हूँ मैं इश्क़ में, तेरे इश्क़ में ये सच है, क्यूँकि सोईं नहीं आँखें जब से मिली हैं तुम्हारी निगाहों से, नींदें मेरी खो गईं तेरे-मेरे ख़्वाबों का जुड़ना हैं तय Love हुआ है मुझे, तुम से हुआ है, मुझे लगता है ये जो हो रहा है धीरे-धीरे उसे ऐसे ही होने दो Love हुआ है मुझे, तुम से हुआ है, मुझे लगता है ये जो हो रहा है धीरे-धीरे उसे ऐसे ही होने दो