मेरा आसमाँ जल गया रे, चाँद को आग लगी
आसमाँ पे राख ही राख उड़ी है, जल गया मेरा आसमाँ
आँखें बहती हैं, जनिया, पलकें जलती हैं
जीने का पल-पल गया, जनिया, जल गया मेरा आसमाँ
पाँव में वीराना, दिल में उजाड़ा है, जनिया
जाए कहाँ दीवाना? जल गया मेरा आसमाँ
आधी-आधी रात में कभी तुम नींद में बुलाती थी
रात जल गई वो, जनिया, ख़्वाब जल गया रे
बादलों से नर्म थे, जनिया, हाथ जो सहलाते थे
आँखों ही से बोलती थी तुम, होंठ दो बहलाते थे
मेरा आसमाँ जल गया रे, चाँद को आग लगी
आसमाँ पे राख ही राख उड़ी है, जल गया मेरा आसमाँ
आग ही आग है मेरी चार दिशाओं में
पग-पग पड़े हैं छाले अब मेरे पाँव में
कौन से जहाँ मैं अब तुझे जाऊँ खोजूँ रे?
मेरे हर जहाँ का निशाँ जल गया, जल गया रे
मेरा आसमाँ जल गया रे, चाँद को आग लगी
आसमाँ पे राख ही राख उड़ी है, जल गया मेरा आसमाँ
आँखें बहती हैं, जनिया, पलकें जलती हैं
जीने का पल-पल गया, जनिया, जल गया मेरा आसमाँ
Поcмотреть все песни артиста