बीतें है अरसो चेहरा तेरा ठहरा सा है अब भी ज़हन में करके है देखी सब कोशिशें कैसे भी दिल से, वो यादें मिटें मुश्किल तो है जीना मेरा, तेरे बिना एक ही शहर में शायद कहीं मिल जायेंगी तेरी नज़र मेरी नज़र से ना कहना तुम, उस दिन हमें के हम थे कहाँ? हम तो वहीं हरदम ही थे, तुम आए ना ना कहना तुम, उस दिन हमें के हम थे कहाँ? हम तो वहीं हरदम ही थे, तुम आए ना तुम आए ना... शिकवें ना होंगे तुमसे कोई ना वास्ता होगा मेरा फिर भी रहेंगी बातें कई, दिल में मेरे जो ना कह सका उस दिन भी शायद कह पाऊँ ना बेज़ुबां सा मैं रह जाऊँ ना आँखों से पढ़ लेना आँखें मेरी उन से बयाँ होगी बातें कई सबकुछ तो कह के थे तुम चल दिए पूछा ना हम से क्यूँ हम चुप रहे ना कहना तुम, उस दिन हमें के हम थे कहाँ? तुम आए ना... और इस दफे भी हर बार जैसे कहने लगोगे अलविदा तुम और इस दफे भी हर बार जैसे चुप ही रहेंगे हम तो सनम और इस दफे भी हर बार जैसे कहने लगोगे अलविदा तुम और इस दफे भी हर बार जैसे चुप ही रहेंगे हम तो सनम