उस दिन देखा पहली दफ़ा नूर सा ये चेहरा बातें उसकी थीं चाशनी, पलकों से वो शर्माती सारी बातें मेरी तुमसे होतीं शुरू तुम रहो जो रू-ब-रू तो और क्या माँगूँ? तेरी हर अदा, ये आँखें, साज़िशें, है ये जैसे नशा तेरे जैसा ना कोई है, ना कोई था, है ये जैसे नशा ♪ अब तेरे बिन लगे है एक पल जैसे १०० दिनों की ये बात है नज़ारे ये, गुलों की ये खुशबुएँ सारी तेरे आगे खाक हैं वो हूबहू है जैसे ख़्वाब हो मेरा, क्या भला ये राज़ है? तेरी हर अदा, ये आँखें, साज़िशें, है ये जैसे नशा तेरे जैसा ना कोई है, ना कोई था, है ये जैसे नशा