मैंने रोया तुझे ढूँढ-ढूँढ के रोया था मैं, तू ना मिला गहरी इन रातों में सोया ना था मैं रोता था तेरी याद में वो ही रात मैंने कभी ना सोचा तुझे बस रोया यूँ ही खुद से यूँ दिल को... यूँ दिल को सँभालता रहा मैंने रोया तुझे ढूँढ-ढूँढ के रोया था मैं, तू ना मिला मैंने रोया तुझे ढूँढ-ढूँढ के रोया था मैं, तू ना मिला गहरी सी इन रातों में सोया ना था मैं रोता था तेरी याद में वो ही रात मैंने कभी ना सोचा तुझे बस रोया यूँ ही खुद से यूँ दिल को... यूँ दिल को सँभालता रहा मैंने रोया तुझे ढूँढ-ढूँढ के रोया था मैं, तू ना मिला रात की गहरी नींदों में मैं सो ना पाई दर्द में यूँ खुद को ही क्यूँ तड़पा यूँ तड़पाई रात की गहरी नींदों में मैं सो ना पाई दर्द में यूँ खुद को ही क्यूँ तड़पा यूँ तड़पाई मैंने कभी ना सोचा तुझे बस रोया यूँ ही खुद से यूँ दिल को... यूँ दिल को सँभालता रहा मैंने रोया तुझे ढूँढ-ढूँढ के रोया था मैं, तू ना मिला ख्वाहिशें जो थीं मेरी बस तुझको पाने की ख्वाहिशें वो हीं मेरी बस ख्वाहिश ही रह गई ख्वाहिशें जो थीं मेरी बस तुझको पाने की ख्वाहिशें वो हीं मेरी बस ख्वाहिश ही रह गई मैंने कभी ना छोड़ा तुझे बस रोया यूँ ही खुद से यूँ दिल को... यूँ दिल को सँभालता रहा मैंने रोया तुझे ढूँढ-ढूँढ के रोया था मैं, तू ना मिला मैंने रोया तुझे ढूँढ-ढूँढ के रोया था मैं, तू ना मिला गहरी सी इन रातों में सोया ना था मैं रोता था तेरी याद में वो ही रात मैंने कभी ना सोचा तुझे बस रोया यूँ ही खुद से यूँ दिल को... यूँ दिल को सँभालता रहा मैंने रोया तुझे ढूँढ-ढूँढ के रोया था मैं, तू ना मिला रात की गहरी नींदों में मैं सो ना पाई दर्द में यूँ खुद को ही क्यूँ तड़पा यूँ तड़पाई रात की गहरी नींदों में मैं सो ना पाई दर्द में यूँ खुद को ही क्यूँ तड़पा यूँ तड़पाई मैंने कभी ना सोचा तुझे बस रोया यूँ ही खुद से यूँ दिल को... यूँ दिल को सँभालता रहा मैंने रोया तुझे ढूँढ-ढूँढ के रोया था मैं, तू ना मिला