क्यूँ अजनबी थे तुम पास होके भी? क्यूँ थे लापता साथ होके भी? मेरी वजह तुम्हीं से, मेरा राबता तुम्हीं से कहता आजकल ख़ुद ही से, ओ दिल को तू मेरे दीवाना लगता है आज फ़िर वो पल सुहाना लगता है दिल को तू मेरे दीवाना लगता है आज फ़िर वो पल सुहाना लगता है आशिक़ी में तेरी गुज़रते दिन मेरे यादों का मौसम बेगाना लगता है दिल को तू मेरे दीवाना लगता है आज फ़िर वो पल सुहाना लगता है ♪ मिले हैं हम फ़िर क्यूँ 'गर रहेंगे हम जुदा? कह दो ना इस दफ़ा रहना है मेरा बनके सदा ♪ रातें अब मेरी तुम्हीं से, भीगे-भीगे पल तुम्हीं से मुलाक़ातें मेरी तुम्हीं से, ओ दिल को तू मेरे दीवाना लगता है आज फ़िर वो पल सुहाना लगता है दिल को तू मेरे दीवाना लगता है आज फ़िर वो पल सुहाना लगता है