ज़रा-ज़रा छू लिए कुछ रिश्ते इन आँखों ने ज़रा-ज़रा है भरी साँसें इन ख़्वाबों ने तुम दवा दर्द की तुम ख़्वाहिशों का पता तुम दुआ का सिला तुम सजदे की वजह क्यूँ है? कोई तो समझाए दिल क्या करे जब किसी से किसी को प्यार हो जाए? जाने कहाँ कब किसी को किसी से प्यार हो जाए ऊँची-ऊँची दीवारों सी इस दुनिया की रस्में ना कुछ तेरे बस में, जानाँ ना कुछ मेरे बस में दिल क्या करे जब किसी से किसी को प्यार हो जाए? जाने कहाँ कब किसी को किसी से प्यार हो जाए ♪ जैसे पर्वत पे घटा झुकती है जैसे सागर से लहर उठती है ऐसे किसी चेहरे पे निगाह रुकती है जैसे पर्वत पे घटा झुकती है जैसे सागर से लहर उठती है ऐसे किसी चेहरे पे निगाह रुकती है तुम दवा दर्द की तुम ख़्वाहिशों का पता तुम दुआ का सिला तुम सजदे की वजह क्यूँ है? कोई तो समझाए दिल क्या करे जब किसी से किसी को प्यार हो जाए? जाने कहाँ कब किसी को किसी से प्यार हो जाए ऊँची-ऊँची दीवारों सी इस दुनिया की रस्में ना कुछ तेरे बस में, जानाँ ना कुछ मेरे बस में दिल क्या करे जब किसी से किसी को प्यार हो जाए? जाने कहाँ कब किसी को किसी से प्यार हो जाए