साइयाँ तू ही बचा दे साइयाँ दर्द मिटा दे है मुझे पता कि तू सुन रहा हर लौ बुझती जला दे साइयाँ तू ही बचा दे साइयाँ दर्द मिटा दे अब जो है दिन ये आया कहाँ पे ये रूह और काया इक बस तेरे सहारे हैं हम साइयाँ तू ही बचा दे साइयाँ दर्द मिटा दे है मुझे पता कि तू सुन रहा हर लौ बुझती जला दे साइयाँ तू ही बचा दे साइयाँ दर्द मिटा दे ♪ क्यूँ भला तू भूला हमको? हम तेरी संतान यूँ पराया ना कर हमे, भगवान मिलता है रब ढूँढने पे कहता हर इंसान फ़िर भी क्यूँ तू हमसे है अनजान? रस्में निभाता चलूँ सर मैं झुका के चलूँ तेरे दर हर दिन मैं आके गिरूँ साइयाँ तू ही बचा दे साइयाँ दर्द मिटा दे है मुझे पता कि तू सुन रहा हर लौ बुझती जला दे साइयाँ तू ही बचा दे साइयाँ दर्द मिटा दे (साइयाँ) (साइयाँ)