आवारगी से दिल भर गया तेरी गली में रहने लगा जैसे कभी भी की ना किसी की तेरी फ़िक्र में रहने लगा तेरे आँसू पीऊँ मैं कभी तुझको हसाऊँ तुझे दूर से देखूँ कभी दिल में बसाऊँ तेरी ख़ातिर जीऊँ मैं कभी तुझपे लुटाऊँ ये जान मेरी जां है तू बस तू आवारगी से दिल भर गया तेरी गली में रहने लगा तेरे आँसू पीऊँ मैं कभी तुझको हसाऊँ तुझे दूर से देखूँ कभी दिल में बसाऊँ तेरी ख़ातिर जीऊँ मैं कभी तुझपे लुटाऊँ ये जान मेरी जां है तू बस तू ♪ ना तू ख़ुद का था कभी ना ख़ुदा का मैं तू मिला तो हो गया ख़ुद-ब-ख़ुद तेरा मैं होने लगा है ख़ुद पे अब मुझको यकीं इमां बदलके मेरा, तू बदलना नहीं तेरे ख़ुदा से माँगूँ मैं क्या? मुझको दुआएँ आती नहीं तुझसे मोहब्बत कैसे करूँ मैं? मुझको वफ़ाएँ आती नहीं तुझे देखके लेकिन ये दिल डगमगाए मुझे आज़ान देकर तू मुझको जगाए मुझे मेरी नज़र में तू मुझको उठाए मेरा इमां, मेरी जां है तू बस तू है तू है तू