दिल को जाने ये क्या हुआ मिल के अपना सा तू लगा कैसे मैं करूँ बयाँ तुमसे? ये जुनूँ है या गुमाँ? ऐसे मुझे तुम मिले, तुम मिले जैसे कोई दिन खिले, दिन खिले जाने कहाँ हम चले, हम चले चाहे जो भी दिल करे, दिल करे जिस राह, जिस राह भी जाऊँ तुझ को, तुझ को ही चाहूँ हमराह अब से मेरा तू हमराह मैं भी तेरा हूँ जिस राह, जिस राह भी जाऊँ तुझ को, तुझ को ही चाहूँ हमराह अब से मेरा तू हमराह मैं भी तेरा हूँ ♪ कोई जाने ना दूसरा समझे तू ही मेरी ज़ुबाँ मैंने मुझ सा दीवानापन, ओ देखा ना कहीं तेरे सिवा तुझ से दिन शुरू, शामें ढलें अब तो नज़र से भी ना तू हटे जितनी हैं फ़ुरसतें, फ़ुरसतें दे दूँ सारी मैं तुझे, तू मुझे जिस राह, जिस राह भी जाऊँ तुझ को, तुझ को ही चाहूँ हमराह अब से मेरा तू हमराह मैं भी तेरा हूँ जिस राह, जिस राह भी जाऊँ तुझ को, तुझ को ही चाहूँ हमराह अब से मेरा तू हमराह मैं भी तेरा हूँ ♪ अहसानमंद है दिल अब से ये तेरा ये मर्ज़ कैसा है? क्या नाम दूँ बता डर की दीवारें टूटी, दिल का जहाँ दिखा है आँखों ने आज देखा ख़्वाबों का आसमाँ है तेरा करता हूँ शुक्रिया जिस राह, जिस राह भी जाऊँ तुझ को, तुझ को ही चाहूँ हमराह अब से मेरा तू हमराह मैं भी तेरा हूँ जिस राह, जिस राह भी जाऊँ तुझ को, तुझ को ही चाहूँ हमराह अब से मेरा तू हमराह मैं भी तेरा हूँ ♪ हमराह मैं भी तेरा हूँ