ऐसे लहरा के तू रू-ब-रू आ गई ऐसे लहरा के तू रू-ब-रू आ गई धड़कनें बेतहाशा तड़पने लगीं धड़कनें बेतहाशा तड़पने लगीं तीर ऐसा लगा, दर्द ऐसा जगा तीर ऐसा लगा, दर्द ऐसा जगा चोट दिल पे वो खाई, मज़ा आ गया मेरे रश्क-ए-क़मर... ♪ मज़ा आ गया ♪ मज़ा आ गया मेरे रश्क-ए-क़मर, तूने पहली नज़र जब नज़र से मिलाई, मज़ा आ गया मेरे रश्क-ए-क़मर, तूने पहली नज़र जब नज़र से मिलाई, मज़ा आ गया ♪ रेत ही रेत थी मेरे दिल में भरी रेत ही रेत थी मेरे दिल में भरी प्यास ही प्यास थी ज़िंदगी ये मेरी प्यास ही प्यास थी ज़िंदगी ये मेरी आज सहराओं में, इश्क़ के गाँव में आज सहराओं में, इश्क़ के गाँव में बारिशें घिर के आईं, मज़ा आ गया मेरे रश्क-ए-क़मर... मेरे रश्क-ए-क़मर, तूने पहली नज़र जब नज़र से मिलाई, मज़ा आ गया मेरे रश्क-ए-क़मर, तूने पहली नज़र जब नज़र से मिलाई, मज़ा आ गया ♪ मज़ा आ गया ♪ मज़ा आ गया मेरे रश्क-ए-क़मर, तूने पहली नज़र जब नज़र से मिलाई, मज़ा आ गया मेरे रश्क-ए-क़मर, तूने पहली नज़र जब नज़र से मिलाई, मज़ा आ गया