हाथ सीता का राम को दिया हाथ सीता का राम को दिया जनक राजा देंगे और क्या बेटी बाबुल के दिल का टुकड़ा बेटी बाबुल के दिल का टुकड़ा दहेज कहाँ इस से बड़ा हो, हाथ सीता का राम को दिया जनक राजा देंगे और क्या ईश्वर का वरदान है बेटी घरवालों की जान है बेटी ये पगड़ी बाबुल के सर की लाज है सारे घर की दान कन्या का जिसने दिया दान कन्या का जिसने दिया मैयाँ रानी देगी और क्या हो, बेटी माँ के है दिल का टुकड़ा दहेज कहाँ इस से बड़ा रूपवती-गुणवंती बहना इस के आगे क्या कोई गहना ये नाते है मन के नाते धन से ना जोड़े जाते प्यारी बहना का गहना दिया हो, प्यारी बहना का गहना दिया भैयाँ राजा देंगे और क्या बहना भाई के दिल का टुकड़ा दहेज कहाँ इस से बड़ा हाथ सीता का राम को दिया हाथ सीता का राम को दिया जनक राजा देंगे और क्या हो, बेटी बाबुल के दिल का टुकड़ा दहेज कहाँ इस से बड़ा