सजदे में यूँ ही झुकता हूँ तुम पे ही आके रुकता हूँ क्या ये सबको होता है? हमको क्या लेना है सबसे तुम से ही सब बातें अब से बन गए हो तुम मेरी दुआ सजदे में यूँ ही झुकता हूँ तुम पे ही आके रुकता हूँ क्या ये सबको होता है? हमको क्या लेना है सबसे तुम से ही सब बातें अब से बन गए हो तुम मेरी दुआ ख़ुदा जाने कि मैं फ़िदा हूँ ख़ुदा जाने मैं मिट गया ख़ुदा जाने ये क्यूँ हुआ है कि बन गए हो तुम मेरे ख़ुदा तू कहे तो तेरे ही क़दम के मैं निशानों पे चलूँ-रुकूँ इशारे पे तू कहे तो ख़्वाबों का बना के मैं बहाना सा मिला करूँ सिरहाने पे हो, तुम से दिल की बातें सीखी तुम से ही ये राहें सीखी तुम पे मर के मैं तो जी गया ख़ुदा जाने कि मैं फ़िदा हूँ ख़ुदा जाने मैं मिट गया ख़ुदा जाने ये क्यूँ हुआ है कि बन गए हो तुम मेरे ख़ुदा दिल कहे के आज तो छुपा लो तुम पनाहों में कि डर है तुमको खो दूँगा दिल कहे सँभल ज़रा ख़ुशी को ना नज़र लगा कि डर है मैं तो रो दूँगा हो, करती हूँ १०० वादे तुम से बाँधे दिल के धागे तुम से ये तुम्हें ना जाने क्या हुआ ख़ुदा जाने कि मैं फ़िदा हूँ ख़ुदा जाने मैं मिट गया ख़ुदा जाने ये क्यूँ हुआ है कि बन गए हो तुम मेरे ख़ुदा सजदे में यूँ ही झुकता हूँ तुम पे ही आके रुकता हूँ क्या ये सबको होता है? हमको क्या लेना है सबसे तुम से ही सब बातें अब से बन गए हो तुम मेरी दुआ ख़ुदा जाने कि मैं फ़िदा हूँ ख़ुदा जाने मैं मिट गया ख़ुदा जाने ये क्यूँ हुआ है कि बन गए हो तुम मेरे ख़ुदा (कि बन गए हो तुम मेरे ख़ुदा)