मैं शीरीं हूँ, हर बंदे को फ़रहाद करके जाऊँगी बर्बाद करने आई हूँ बर्बाद करने आई हूँ बर्बाद करके जाऊँगी ♪ (चलो जी, उड़ गया गर्दा) ♪ चाल सुबह से है, बेहाल सुबह से है उबाल सुबह से एक लहू में जोश में लड़खड़ाए, होश हुए ख़ाना-बदोश कहाँ हैं क़ाबू में था ना पीने का वादा फिर भी हो गई थोड़ी ज़्यादा तेरी आँखें हैं नशे की गोलियाँ आज मौसम alcoholia हो लिया ♪ मुँह धो के मदिरा से झूम रहे हैं प्यासे मौज में आए हैं जियाले गिन के पिएँगे नहीं, पी के गिनेंगे आज लाओ भर-भर के प्याले तेरे दर पे हम, जानाँ माँगें नैनों का नज़राना ज़रा दीवानों की भर दे झोलियाँ आज मौसम alcoholia हो लिया ♪ ओ-री, अँगूरी, दिल की मजबूरी तू जो लूटे तो बंदा हँस के लुट जाए दारू से दूरी हम सह ना पाएँ बोतल लैला तो मनवा मजनूँ बनके गाए Alcoholia, alcoholia नाच, खींच पैरों के बीच से तू तौलिया Alcoholia, alcoholia पी-पी के Lucknow लगे है Mongolia अब ना हिचकिचा तू ज़ोर से थिरक जा तू लाज को आज तो दारू में धो लिया आज मौसम alcoholia हो लिया ♪ Alco-, alco-, alcoholia Alco-, alco-, alcoholia Alcoholia, alcoholia Alco-, alco- हो लिया Alcoholia, alcoholia Alcoholia हो लिया Alcoholia, alcoholia Alcoholia हो लिया