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Rahul Vaidya - Prem Kahani lyrics

Artist: Rahul Vaidya

album: Prem Kahani


सुबह-सुबह बना के चाय सैयाँ जी तेरे लेकर आए
देख नींद-भरी आँखें तेरी, लगता सब कुछ वहीं थम जाए
सुबह-सुबह बना के चाय सैयाँ जी तेरे लेकर आए
देख नींद-भरी आँखें तेरी, लगता सब कुछ वहीं थम जाए
जैसे मैं दीवाना तेरा, तू मेरी दीवानी होगी
गले में तेरे, जाँ मेरे, नाम की निशानी होगी
कितनी ख़ूबसूरत होगी तेरी-मेरी प्रेम कहानी
संग में बूढ़े होंगे हम, संग में बीतेगी जवानी
कितनी ख़ूबसूरत होगी तेरी-मेरी प्रेम कहानी
संग में बूढ़े होंगे हम, संग में बीतेगी जवानी

मुझको लगता है तेरी बाँहों में कुछ जादू-टोना है
मैं तो था मिट्टी, मुझको तूने छू के कर दिया सोना है
तुम ज़रूरी हरदम हो, हमें हर पल साथ में रहना है
हँसना है हमें तेरे साथ में, तेरे साथ में रोना है
और बाक़ी सारी बातें तुमको ही सिखानी होंगी
रोटी मैं पका दूँगा, पर तुम्हें हाथ से खिलानी होगी
कितनी ख़ूबसूरत होगी तेरी-मेरी प्रेम कहानी
संग में बूढ़े होंगे हम, संग में बीतेगी जवानी
कितनी ख़ूबसूरत होगी तेरी-मेरी प्रेम कहानी
संग में बूढ़े होंगे हम, संग में बीतेगी जवानी

प्यार-प्यार, तुझे प्यार-प्यार
हाँ, बच्चों के जैसे करूँगा मैं
जान-जान, मेरी जान-जान
तेरे लिए कुछ भी करूँगा मैं
आँसू ना मैं आने दूँगा आँखों में तेरे
रोज़ तुझको सुलाऊँगा मेरे गाने गाके रे
मेहँदी मेरे नाम की तुझकों हाथों में लगानी होगी
सुबह, शाम और रातें तेरे साथ ही सुहानी होंगी
कितनी ख़ूबसूरत होगी तेरी-मेरी प्रेम कहानी
संग में बूढ़े होंगे हम, संग में बीतेगी जवानी
कितनी ख़ूबसूरत होगी तेरी-मेरी प्रेम कहानी
संग में बूढ़े होंगे हम, संग में बीतेगी जवानी

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