आज इस लमहा करता हूँ वादा तेरा खयाल मैं रखूँगा खुद से ज़्यादा अब से हर लमहा पहला इरादा तेरी मुस्कान की हिफ़ाज़त सबसे ज़्यादा मेरे महबूब का क़ासिद आया है उसका फ़रमान पढ़ता हूँ मैं ये एलान करता हूँ, ये एलान करता हूँ मैं तुझ पे मरता हूँ, तुझ पे मरता हूँ एक तेरे ही दरस का इंतज़ार करता हूँ ♪ इस इश्क़ का कोई रंग नहीं कोई मोल नहीं, कोई जंग नहीं इक़रार नहीं, इज़हार नहीं खुददार है बस, बेज़ार नहीं रब का तू नूर है, तेरा सजदा मैं सर-ए-आम करता हूँ मैं ये एलान करता हूँ, ये एलान करता हूँ मैं तुझ पे मरता हूँ, तुझ पे मरता हूँ मैं ये एलान करता हूँ, ये एलान करता हूँ मैं तुझ पे मरता हूँ, मैं तुझ पे मरता हूँ एक तेरे ही दरस का इंतज़ार करता हूँ एक तेरे ही दरस का इंतज़ार करता हूँ