हम साथ होके टूटें क्यूँ? ये तो ना सोचा था हर बात पे यूँ रूठें क्यूँ? ये तो ना सोचा था अब तुझको तेरे, मुझको मेरे, अपने घर हैं जाना तो क्यूँ ना हँस कर कह दें अलविदा, मेरी जाँ? बेकार के झगड़े-वगड़े करने से बेहतर ही है ना हम क्यूँ ना हँस कर कह दें अलविदा? लड़ने की क्या है ज़रूरत? तू चाहे, साथ भी रह मत चाहे बिछड़ें हम दोनों, पर कड़वी बातें कह मत सब बाद में खलता है ना? दिमाग़ में चलता है ना? अब से दिन ठीक से गुज़रें इतना तो बनता है ना? कुछ तो बदलेगा, है ना? फ़र्क़ पड़ेगा, है ना? जाने से पहले हो जाए ज़रा सा दही-शक्कर, दही-शक्कर नाता अब तोड़ के जाना थोड़ा आसान है ना? जाने से पहले हो जाए ज़रा सा दही-शक्कर, दही-शक्कर आ, हम सौदा करें एक दफ़ा, दफ़ा बिछड़ेंगे, मगर ना होंगे ख़फ़ा, ख़फ़ा कुछ वादे, मेरी मजबूरियाँ चाहे जितने भी हों हम जुदा कुछ यादें हमारी ज़रूरी रहेंगी सदा, सदा घर जा कर अब ना रोना, बिस्तर से दूर ना सोना सपनों में आने देना, इतने भी दूर ना होना नाता हो ख़ाक बराबर, चाहे ना साथ रहा कर कह देना झूठ सरासर, बस मीठी बात करा कर कुछ तो बदलेगा, है ना? फ़र्क़ पड़ेगा, है ना? जाने से पहले हो जाए ज़रा सा दही-शक्कर, दही-शक्कर नाता अब तोड़ के जाना थोड़ा आसान है ना? जाने से पहले हो जाए ज़रा सा दही-शक्कर (Just 'cause we wanna break apart) दही-शक्कर (Why would we wanna do the things that break a heart?) Just 'cause we wanna break apart Why would we wanna do the things that break a heart? Why would we wanna say a word that hurts? Just 'cause we wanna break apart Why would we wanna do the things that break a heart? Why would we wanna say a word that hurts?