लहरों से पूछो ना, इतना क्यूँ मचलते हैं डूब जाने का डर है उन्हें बातों ही बातों में तुम से ऐसे जुड़े टूट जाने का डर है मुझे तुझे बोल पाऊँ नहीं ऐसे अल्फ़ाज़ हैं तेरे आगे छिपने लगे सारे एहसास हैं दिखे क्यूँ सितारों में 'गर तू मेरे पास है? ये क्या राज़ है? क्या राज़ है? क्या राज़ है? क्या राज़ है? क्या राज़ है?
दो अगर अपने जहान हैं, पर एक ही आसमान है एक है अपनी ज़मीं दिल मेरा एक मकान है, जिसमें तू मेहमान है चाहे रहे फिर तू कहीं हो, तेरी ख़ुशबुओं को ओढ़े मैं चली हूँ जा रही ख़ुद से दूर अब कहीं जहाँ बारिशों के घर हों और हसीन सा सफ़र ढूँढ ले तू मुझको वहीं तुझे बोल पाऊँ नहीं ऐसे अल्फ़ाज़ हैं तेरे आगे छिपने लगे सारे एहसास हैं दिखे क्यूँ सितारों में 'गर तू मेरे साथ है? ये क्या राज़ है? क्या राज़ है? क्या राज़ है? क्या राज़ है? क्या राज़ है? क्या राज़ है?