(धमक-धमक घिर आयो री) (बरस-बरस घिर आयो री) (बदरा छाए) ये सारे बादल घनेरे मुझ से कह रहे बरसेंगी ख़ुशियाँ वो सारी बूँदों से मेरे ऐसी घटाएँ घिर के आएँ मानो, बहका सा लागे समाँ उन्हीं घटाओं में, फ़िज़ाओं में यूँ डूब रहा मन मेरा धमक-धमक घिर आयो री फिर बरस-बरस बरसायो री चमक-चमक चमकायो री देखो, बदरा छाए, बदरा छाए, बदरा धमक-धमक घिर आयो री फिर बरस-बरस बरसायो री चमक-चमक चमकायो री देखो, बदरा छाए, बदरा छाए, बदरा ♪ आधी-आधी बतियाँ कर के यूँ ना अब तू सता अब इस उलझन में नहीं रहना तू आजा, भिगा इस भीड़ में तेरा, मैं तेरा बना हूँ इन रातों में हमें भी रंग दे, पिया ऐसी घटाएँ घिर के आएँ मानो, बहका सा लागे समाँ उन्हीं घटाओं में, फ़िज़ाओं में यूँ डूब रहा मन मेरा धमक-धमक घिर आयो री फिर बरस-बरस बरसायो री चमक-चमक चमकायो री देखो, बदरा छाए, बदरा छाए, बदरा धमक-धमक घिर आयो री फिर बरस-बरस बरसायो री चमक-चमक चमकायो री देखो, बदरा छाए, बदरा छाए, बदरा (बदरा रे) काहे सताए? (बदरा रे) घिर के आए (बदरा रे) काहे सताए? बदरा छाए, बदरा छाए, बदरा