कल करे सो, कल कर आज करे सो जाने दे पल मे प्रलय होने दे कुछ भी चिंता मत कर कल की बातें, कल कर जल के खाक हो जाने दे आगे पीछे कल है वो आज पे ना आने दे कल करे सो, कल कर कल का चांद किसने देखा, आज यारियां कल का चांद होगा, मत सोच यारियां कल की खुशबू आज कैसे सूंघो यारियां कल का उल्लू कैसे सीधा आज यारियां कल था मदमस्त तू प्यारे गाता खुल्लम खुल्ला रे ख्वाबों में जड़ से जागा चुप मत चिल्ला रे वो कल, कल जैसा सारे और कल कैसा होना रे बुद्धि की बुलबुलों से कल की मत गा रे़ हो जाए जो होने दे दिल कहीं भी खोने दे जिसको ढोना, ढोने दे कुछ भी चिंता मत कर हे! हे! कल की बातें, कल कर जल के खाक हो जाने दे आगे पीछे कल है वो आज पे ना आने दे हे! कल करे सो, कल कर