तू तो फ़िर भी ढूँढ लेगी अपने हल मैं फ़िर से रख लूँगा गुज़रा कल बदल लेना रस्ता ना कहूँ तू मेरे संग अब चल ये रात इतनी काली हो जाए मेरे साए भी खो जाएँ तेरी ज़िंदगी से मेरा नाम कुछ ऐसे मिट जाए जैसे लगे वो लिखा ही ना हो मैं चला जाऊँगा तो फ़िर नहीं आऊँगा चुभता है जो मेरा होना तो मर ही जाऊँगा ♪ मुझपे ना रहे कोई इल्ज़ाम मैं पीता गया, ना गिने मैंने जाम मैंने कोशिश की कि भूलूँ तुझे कोशिश में भूला हूँ अपना नाम नशे से बस भीगा मैं, सोचा था डूब जाऊँगा मैं चला जाऊँगा तो फ़िर नहीं आऊँगा चुभता है जो मेरा होना तो मर ही जाऊँगा मैं चुप, चुप, चुप, चुप रहता था भले कुछ भी ना मैं कहता था नज़रें झुका कर तुम तो गए मेरी आँखों को कुछ कहना था ख़ामोशी मेरी समझे ना, अब कह भी ना पाऊँगा मैं चला जाऊँगा तो फ़िर नहीं आऊँगा चुभता है जो मेरा होना तो मर ही जाऊँगा ♪ मैं चला जाऊँगा तो फ़िर नहीं आऊँगा चुभता है जो मेरा होना तो मर ही जाऊँगा मैं चला जाऊँगा तो फ़िर नहीं आऊँगा चुभता है जो मेरा होना तो मर ही जाऊँगा होगी जब कल सुबह, फ़साना बन जाऊँगा