क्या करूँ हौले-हौले जो मेरा दिल गा रहा है? क्या करूँ धीमे-धीमे से नशे में जो है ज़िंदगी? क्या करूँ धीरे-धीरे मैं बहका जा रहा हूँ? क्या करूँ थोड़ा-थोड़ा तो असर होना है मुझपे भी? ♪ क्या करूँ सोए-सोए से कई अरमाँ हैं जो जागे? क्या करूँ खोई-खोई सी है कहीं राहों में ज़िंदगी? क्या करूँ नए-नए सपने हैं मेरे आगे? क्या करूँ थोड़ा-थोड़ा तो असर होना है मुझपे भी? ♪ क्या करूँ? ♪ ये दिन, ये रातें, ये सारी बातें महके-महके, बहके-बहके ये जो पल हैं ये ना बीते, यूँ ही मैं रहूँ क्या करूँ हौले-हौले जो मेरा दिल गा रहा है? क्या करूँ धीमे-धीमे से नशे में जो है ज़िंदगी? क्या करूँ धीरे-धीरे मैं बहका जा रहा हूँ? क्या करूँ थोड़ा-थोड़ा तो असर होना है मुझपे भी? क्या करूँ? ♪ क्या करूँ?