ग़मज़दा दिल की बेज़ुबाँ हैं तन्हा-तन्हा तेरे बिना क्यूँ हर जगह अब तू दिखे? मेरा कुछ है क्या तेरे सिवा? दूरियाँ, ये दूरियाँ क्यूँ हैं ये मजबूरियाँ? जो हैं जुदा हम इस तरह हों जैसे भीड़ में तन्हाइयाँ दूरियाँ, ये दूरियाँ क्यूँ हैं ये मजबूरियाँ? जो हैं जुदा हम इस तरह हों जैसे भीड़ में तन्हाइयाँ ♪ बेख़बर है जहाँ, बेख़बर है ज़िंदगी ना सुकूँ है मुझे, छाई है आवारगी "एक बार मेरे पास आ," कहती है ये मेरी वफ़ा दूरियाँ, ये दूरियाँ क्यूँ हैं ये मजबूरियाँ? जो हैं जुदा हम इस तरह हों जैसे भीड़ में तन्हाइयाँ दूरियाँ, ये दूरियाँ क्यूँ हैं ये मजबूरियाँ? जो हैं जुदा हम इस तरह हों जैसे भीड़ में तन्हाइयाँ