रात के अंधेरों में नींद और सपनों में मीठे-मीठे ख़ाब क्यूँ दिखाए? एक नयी सी चाहत, है प्यारी मुस्कुराहट है हरदम मुझे ये गुदगुदाए जान-ए-जाना जान-ए-जाना जान-ए-जाना, ओ जान-ए-जाना, हो ♪ तनहा मेरी रातें हैं इतनी सारी बातें हैं हरदम मुझे ये याद आए ♪ हो, तनहा मेरी रातें हैं इतनी सारी बातें हैं हरदम मुझे ये याद आए तेरी ही कहानी है, तू ही ज़िंदगानी है खोई-खोई सी ये हवाएँ मेरी बातों में तू, तेरी बातों में है मैं जो भी यादें है गो तेरी-मेरी जान-ए-जाना, ओ जान-ए-जाना जान-ए-जाना, ओ जान-ए-जाना, हो ♪ कतरा-कतरा मेरा ही तेरा नाम लेता है आशिक़ी में हूँ मैं तुम्हारी कुछ दिनों से सपनों में तू ही रोज़ आए दीवानगी मैं तुम्हारी ♪ हो, कतरा-कतरा मेरा ही तेरा नाम लेता है आशिक़ी में हूँ मैं तुम्हारी कुछ दिनों से सपनों में तू ही रोज़ आए दीवानगी मैं तुम्हारी कितना चाहूँ मैं तुझे बोल दूँ यह अब मैं इसे मेरी बाहों में है बस तेरी कमी जान-ए-जाना, ओ (जान-ए-जाना) जान-ए-जाना (जान-ए-जाना) जान-ए-जाना, ओ (जान-ए-जाना) जान-ए-जाना (जान-ए-जाना) जान-ए-जाना, ओ (जान-ए-जाना) जान-ए-जाना (जान-ए-जाना) जान-ए-जाना, ओ (जान-ए-जाना) जान-ए-जाना (जान-ए-जाना) जान-ए-जाना (woah-oh-oh) जान-ए-जाना (Oh) जान-ए-जाना (woah-oh-oh) जान-ए-जाना (Oh) जान-ए-जाना